अक्टूबर माह को हर वर्ष ‘साइबर जागरूकता माह’ के रूप में मनाया जाता है। आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। अब खतरा केवल कंप्यूटर या मोबाइल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हमारे घरों में मौजूद स्मार्ट डिवाइस भी साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं।
स्मार्ट होम, लेकिन सुरक्षा में लापरवाही
हमारे घर अब “स्मार्ट” हो चुके हैं - स्मार्ट टीवी, कैमरे, एयर कंडीशनर, डोरबेल और रेफ्रिजरेटर तक इंटरनेट से जुड़े हुए हैं। ये उपकरण हमारे जीवन को सुविधाजनक तो बनाते हैं, लेकिन यदि सही सुरक्षा उपाय न अपनाए जाएँ तो ये हमारे लिए गंभीर खतरा साबित हो सकते हैं।
कल्पना कीजिए, आप टीवी देख रहे हों और अचानक किसी अन्य व्यक्ति के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज आपकी स्क्रीन पर आने लगे! या आपका एसी आपकी मर्ज़ी के बिना तापमान बदलने लगे। यहाँ तक कि आपका फ्रिज अपने आप ऑनलाइन ऑर्डर करने लगे। यह सब किसी फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि साइबर असुरक्षा की हकीकत है।
डिफ़ॉल्ट पासवर्ड बनते हैं सबसे बड़ा खतरा |
ज्यादातर लोग जब स्मार्ट डिवाइस खरीदते हैं, तो वे उन्हें वैसे ही इस्तेमाल करने लगते हैं। सभी उपकरण एक डिफ़ॉल्ट पासवर्ड के साथ आते हैं, जिसे बहुत कम लोग बदलते हैं। यही सबसे बड़ी गलती होती है।
हैकर्स इन कमजोर पासवर्ड्स का फायदा उठाकर डिवाइस पर नियंत्रण हासिल कर सकते हैं। एक बार किसी डिवाइस पर काबू पा लेने के बाद, वे उसे वायरस फैलाने, डी-डॉस (DDoS) हमलों में इस्तेमाल करने या मैन-इन-द-मिडल अटैक करने के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
अपनाएँ ये आसान उपाय, रहें साइबर सुरक्षित
स्मार्ट डिवाइसों को सुरक्षित रखना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी सावधानी की जरूरत है -
1. हर डिवाइस का डिफ़ॉल्ट पासवर्ड तुरंत बदलें।
2. मजबूत और यूनिक पासवर्ड का उपयोग करें।
3. डिवाइस का फ़र्मवेयर और सॉफ़्टवेयर नियमित रूप से अपडेट करें।
4. अपने वाई-फाई नेटवर्क को एन्क्रिप्शन (WPA3) से सुरक्षित रखें।
5. जिन ऐप्स या डिवाइसों को अनुमति दी है, उन्हें समय-समय पर रीव्यू करें।
हर नागरिक की जिम्मेदारी है साइबर जागरूकता
साइबर सुरक्षा केवल विशेषज्ञों का काम नहीं है। यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है। जैसे-जैसे हमारे घर स्मार्ट बन रहे हैं, वैसे-वैसे हमें भी स्मार्ट और सतर्क उपयोगकर्ता बनना होगा।
जागरूकता, सावधानी और सही जानकारी, यही तीन कदम हमें इस डिजिटल युग में सुरक्षित रख सकते हैं।
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| डॉ. अमृता यादव, सहायक प्रोफेसर, साइबर सुरक्षा, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविधालय, उत्तर प्रदेश परिसर, लखनऊ |

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