बिदाई के अवसर पर सीओ ने जमकर किया तारीफ।
सबसे सुंदर जनपद का पहला थाना बना था पूराकलंदर-सीओ।
जाते-जाते महिलाओं के लिए बैरक का एक काम नहीं पूरा करा सके-एसओ।
सत्यबन्धु भारत, गुलशन सिद्दीकी
भरतकुंड अयोध्या। पूराकलंदर थानाध्यक्ष रहे संतोष कुमार सिंह के बिदाई समारोह में सीओ अयोध्या सहित दोनों चौकी प्रभारी तथा समस्त उपनिरीक्षक व आरक्षी कार्यालय के पुलिसकर्मी व समाजसेवी रहे मौजूद। मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या जनपद के थाना पूराकलंदर मे तैनात थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की शुक्रवार को पूराकलंदर थाने से कुमारगंज थाने में थानाध्यक्ष के पद पर स्थांतरण हो गया। जिसके बाद बिदाई समारोह का आयोजन किया गया। बिदाई समारोह के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी अयोध्या अजय कुमार राय भी मौजूद रहे। और एसओ संतोष कुमार सिंह की जमकर तारीफ किया। कहा कि अपने कार्यों से जनपद अलग पहचान बनाकर काम करनेवाले ऐसे थानाध्यक्ष के कार्यकाल को भुलाया नहीं जा सकता है। जिले में हुए वर्षों पूर्व थाना हैदरगंज के ग्राम कटौना मे अपहरण व उसके बाद युवक की नृशंस हत्या कर नदी मे शव को फेंक देने के बाद समूचे जनपद मे पुलिस के लिए चैलेंज बन गया था। तथा उसी दर्मियान थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह का थानाध्यक्ष पटरंगा से स्थांतरण होकर पूराकलंदर का थानाध्यक्ष बनाया गया था। जबकि उस समय पुलिस की और एसओजी तथा एसटीएफ की कई टीमें लगकर दिन रात काम कर रही थी। लेकिन सफलता न मिलने से गांव मे काफी आक्रोश भी व्याप्त था। उस समय एसओ संतोष कुमार सिंह ने अन्य टीमों के साथ पूराकलंदर थाना क्षेत्र के वर्कशाप के पास आरोपियों से मुठभेड़ किया था जिसमें आरक्षी अनूप पांडेय को भी उन बदमाशों की गोली लगी थी। लेकिन बदमाशों को घेर कर जबाबी कार्रवाई करते हुए जिंदा गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त किया था। उसके बाद जनपद में सबसे बड़े अबैध शराब के जखीरे को एसटीएफ की मदद से पकड़ा था। जिसके बाद हाल मे बीते 28 मई को डबल मर्डर केस का खुलासा जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किए। कहाकि जनपद की अतिसंवेदनशील पुलिस चौकी भदरसा भी इसी थाना क्षेत्र में पड़ती है जो एक चैलेंज के रुप में मानी जाती है। कहा कि लगभग सभी सभी खुलासों मे नकद पुरस्कार सही प्रशस्तिपत्र व सिल्वर मेडल से सम्मानित भी किया जा चुके हैं। बीते 5 सितंबर 2020 को लिया था थाना पूराकलंदर का चार्ज। थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह कहाकि जनाता,समाजसेवियों तथा साथ के पुलिस कर्मियों का बहुत सहयोग मिला जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। साथ ही यह भी बतायाकि उनके द्वारा थाने मे सौंदर्यीकरण का कार्य और महिला हेल्प डेस्क, महिला रेस्टरूम, महिलाओं के लिए अलग से आधुनिक शौचालय, स्नान गृह,थाने की रंगाई पोताई, साफ सफाई सहित अन्य तमाम चीजें कराई गई है। जिससे तत्कालीन डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार के द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया था। जाते-जाते एसओ संतोष कुमार सिंह बताया कि उनका अगला लक्ष्य था वर्तमान समय को देखते हुए पहले की अपेक्षा अधिक महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती थानोंं पर हो गई है। जिनके लिए अलग रहने के लिए महिला बैरक का निर्माण कराने के प्रयास में थे लेकिन उससे पहले उनका स्थानांतरण कुमारगौज हो गया। इस बात की कमीं खलती रहेगी। पूर्व तैनाती वाले थाना पटरंगा मे भी बहुत अच्छे कार्य कराने के बाद उनको पूराकलंदर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कहाकि मुझे मेहनत करने में बड़़ा मजा आता है और अपने आधीनस्थ से भी प्यार की भावना से कार्य को कराया जाता है। बताया कि यह पुलिस एक परिवार है। पुलिस कर्मी अपना परिवार छोड़कर अपनी ड्यूटी पर रहते हैं जहां उनकी तैनाती होती है वही उनका परिवार होता है।
बिदाई के अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अयोध्या अजय कुमार राय ने फूलों का गुलदस्ता देकर तथा चौकी इंचार्ज भदरसा विनय कुमार सिंह ने माला पहनाकर, चौकी इंचार्ज महिला रेखा सिंह ने फूलों की माला देकर, तथा अन्य ने माला पहना कर बिदाई दिया। इस अवसर पर उपनिरीक्षक अर्जुन प्रसाद शुक्ला, विनय कुमार यादव,राजेश कुमार,मुंशी रामलौट वर्मा, कपीस कुमार, सर्वेश मिश्रा, मुख्य आरक्षी प्रफुल्ल सिंह, विक्रम सिंह,कमलेश कुमार सिंह, महिला आरक्षी बंदना,शालिनी सिंह, रिचा तिवारी, आकांक्षा यादव,दिव्या त्रिवेदी,सहित समस्त पुलिस कर्मियों शामिल होकर थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह की बिदाई किया।