ये था मामला
सीओ उन्नाव के एक ग्रामीण सर्किल में तैनात है और मूल रूप से गोरखपुर मंडल के एक जिले के रहने वाले हैं । उन्होंने मंगलवार को घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया था। करीब चार बजे वह एक महिला सिपाही के साथ माल रोड स्थित होटल पहुंचे और वहां किराए का कमरा लेकर ठहर गए। हालांकि सीओ ने अपना प्राइवेट व सरकारी मोबाइल नंबर दोनों बंद कर दिए। इधर पत्नी ने रात फोन मिलाया तो सभी नंबर बंद मिले। पता चला कि वह तो अवकाश लेकर घर के लिए निकले हैं। इससे पत्नी और परेशान हो उठीं। रात उन्होंने एसपी उन्नाव को फोन करके पति की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए मदद मांगी।
अनहोनी की आंशका होते ही एसपी उन्नाव ने आनन फानन सर्विलांस टीम को सक्रिय किया तो उन्नाव पुलिस ने सीओ के मोबाइल नम्बर से उनकी लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन कानपुर के मॉल रोड स्थित एक होटल की मिली। इसके बाद वहां से सिविल ड्रेस में दो दरोगा रात 12 बजे होटल पहुंचे। यहां से मदद को फीलखाना से एक दरोगा और दो सिपाही पहुंच गए थे। जिसके बाद सीओ और महिला सिपाही को रंगेहाथ पकड़ा गया।
जांच के भी हुए आदेश
मामला बढ़ने के बाद शासन ने सीओ और महिला सिपाही को सस्पेंड कर दिया। डीजीपी की संस्तुति पर गृह विभाग ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है। इससे पहले एसपी उन्नाव ने अपने इस रंगीन मिजाज पीपीएस अफसर को पुलिस लाइन से अटैच किया था। शासन ने आचरण नियमावली के तहत सीओ के विरुद्ध विभागीय जांच का भी आदेश दिया है। डीजीपी मुख्यालय ने सीओ के विरुद्ध रिपोर्ट शासन को भेजी थी।