शाश्वत चिकित्सा संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने महसूस की मानसिक शांति
लखनऊ। विधान भवन के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित “महिमा वंदे मातरम् की शाश्वत चिकित्सा एवं शोकोदगार” विषयक संगोष्ठी में NLP Trainer एवं Meditation Expert अर्चना सिंह का ध्यान सत्र कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण बना रहा।
उनके विशेष सत्र में शामिल अतिथियों, अधिकारियों और शिक्षाविदों ने विभिन्न ध्यान विधियों के माध्यम से तनाव-नियंत्रण, मानसिक ऊर्जा और आंतरिक शांति का अनुभव किया।
अर्चना सिंह ने अपने सत्र में NLP आधारित माइंड-कंडीशनिंग, ब्रेथ अवेयरनेस, माइंडफुल साइलेंस, विज़ुअलाइजेशन मेडिटेशन जैसी तकनीकों का प्रदर्शन किया। उन्होंने समझाया कि आधुनिक समय में मन की शांति और ऊर्जा-संतुलन के लिए ध्यान की वैज्ञानिक तकनीकें आवश्यक हैं।
प्रतिभागियों ने उनके निर्देशित मेडिटेशन सेशन में गहरी शांति, भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्पष्टता का अनुभव किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. भक्ति प्रकाश (प्रवर्तक—शाश्वत चिकित्सा) ने शाश्वत चिकित्सा पद्धति पर अपना व्याख्यान दिया, जबकि विशिष्ट अतिथि डॉ. दिनेश कुमार अवस्थी (पूर्व विशेष सचिव) एवं वरिष्ठ प्राध्यापकों ने अपने विचार रखे।
संगोष्ठी के दौरान प्रोफेसर गु्प्ता की पुस्तक “कोरोना का वैदिक महाभियान” का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रकाश नारायण ने किया।
समारोह में संगीता मिश्रा, डॉ. शिव हरि प्रसाद, रंजीता सिंह, राजेश कुमार सिंह, दीपक शर्मा, समीक्षा श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।



