सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल ने मथुरा के भगवान कृष्ण जन्म स्थली मंदिर परिसर में दिया संदेश देश को सच्चे सेवक की है जरूरत
मथुरा 19 जुलाई। “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल की अगुआई में शनिवार 19 जुलाई को मथुरा स्थित भगवान कृष्ण जन्मस्थली मंदिर परिसर में वृहद स्तर पर मातृशक्तियों द्वारा पहली बार सामूहिक सुंदरकांड का पाठ किया गया। इसमें प्रदेश भर से डेढ़ हजार से अधिक मातृशक्तियों ने एक स्वर में संदेश दिया कि सनातन का अनुसरण करते हुए जो सुंदरकाण्ड का नियमित पाठ करेगा वह स्वयं ही नहीं उसका परिवार और समाज भी सुंदर बन जाएगा। इसी मार्ग पर चल कर ऋषियों और देवों की भूमि भारतवर्ष पुन: विश्व गुरु बनेगा। इस अवसर पर परिसर बांके बिहारी लाल की जय, राधा कृष्ण की जय, सुंदरकांड महा अभियान की जय, देवभूमि भारतवर्ष की जय और सनातन की जयकारों से गूंज उठा।
इस पावन अवसर पर सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल ने कहा कि यह वक्त की पुकार है कि सभी सनातनी मातृशक्तियां, अपने-अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति के परिवेश में ढालें। इसके साथ ही उनके जीवन को खुशियों से भरने के लिए सनातन धर्म क्या है...?, इसके बारे में उन्हें पूर्ण जानकारी दें। उनके अनुसार जीवन में जननी और जन्मभूमि दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण है। सनातनी परंपरा का अनुसरण करके हम इन दोनों को नमन कर अपना और समाज का उत्थान कर सकते हैं। इसी में, राष्ट्र उन्नति निहित है। सुंदरकांड के नियमित पाठ से केवल सनातनियों का ही नहीं बल्कि हर समाज के अनुयायियों का कल्याण सम्भव है। सुंदरकांड के पाठ में सुंदर विश्व की कामना का भाव निहित है। उनके अनुसार “सुंदरकांड महा अभियान, भारत वर्ष की बने पहचान” महज एक साल की अल्पावधि में दिलों से लेकर जिलों तक को जोड़ने में सफल रहा है। उनके इस महा अभियान का लक्ष्य है कि संतों और देवों की पावन भूमि भारत पुनः विश्व गुरु बने। अयोध्या जी जन्मभूमि परिसर में मातृशक्तियों द्वारा सामूहिक “मासिक सुंदरकाण्ड पाठ” का सिलसिला 11 सितम्बर 2024 से शुरू हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से लखनऊ की “ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवासमिति” की सनातन ध्वजवाहिका सपना गोयल को इसका दायित्व सौंपा गया है। सपना गोयल द्वारा बिना किसी सरकारी या निजी सहयोग के, बीते 10 मार्च 2024 को महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच हजार से अधिक मातृशक्तियों द्वारा लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सामूहिक सुंदरकांड का भव्य अनुष्ठान सम्पन्न करवाया गया था। सामूहिक सुंदरकांड का अभियान राष्ट्रीय स्तर पर वृहद रूप में निरंतर संचालित किया जा रहा है। इस क्रम में स्थानीय अनगिनत मंदिरों के साथ ही नैमिषारण्य तीर्थ, उत्तराखंड कोटद्वार के प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर-सिद्धबली परिसर, काशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर, अयोध्याजी के जन्मभूमि मंदिर परिसर और प्रयागराज के लेटे हुए हनुमान मंदिर परिसर में भी सामूहिक सुंदरकांड पाठ का अनुष्ठान, सफलतापूर्वक आयोजित करवाया जा चुका है। यह अभियान देश ही नहीं विदेशों तक में संचालित किया जा रहा