लेटेस्ट खेल समाचार कोरोना देश राज्य क्राइम बिजनेस दुनिया नॉलेज ऑटो दुर्घटना ट्रेंडिंग लाइफ स्टाइल धर्म करियर टेक मनोरंजन

लोकमाता पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर की पुण्य स्मृति में सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की पहल पर ज्येष्ठ के बड़े मंगल बने सनातन जागृति के केन्द्र



- अहिल्याबाई होल्कर की पुण्य स्मृति में 13 मई से 10 जून तक 101 मंदिरों में हो रहा है सुंदरकाण्ड का पाठ और भंडारा 

- 25 से अधिक केन्द्रों पर 27 मई को सुंदरकांड और भंडारों के माध्यम से हजारों लोगों को “सुंदरकांड महा अभियान बने भारत वर्ष की पहचान” से जोड़ा गया


लखनऊ 27 मई। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की पहल पर ज्येष्ठ के बड़े मंगल, सनातन जागृति के केन्द्र बन गए हैं। श्री परमानंद हरि हर मंदिर की संस्थापिका सपना गोयल की अगुवाई में ज्येष्ठ के तीसरे बड़े मंगल 27 मई को शहर के ग्यारह केन्द्रों पर सुंदरकांड का पाठ और वृहद भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ के बड़े मंगल, प्रभु राम के अनुज लक्ष्मण की नगरी लखनपुरी की पहचान हैं। ज्येष्ठ के बड़े, मंगल विश्व को बिना भेदभाव के प्रचंड धूप में भी मानव प्रेम और सेवा का संदेश देते हैं। लोकमाता पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रिशताब्दी वर्ष के अवसर पर गोमती नगर विराट खंड स्थित विराटेश्वर मंदिर, एल डी ए कॉलोनी स्थित महादेव मंदिर, आशियाना पॉवर हाउस स्थित दक्षेश्वर मंदिर, विकास नगर स्थित सगरेश्वर मंदिर, कुर्सी रोड स्थित महादेव मंदिर, कमता चौराहा, आलमबाग के कैलाश पुरी स्थित मानकमेश्वर मंदिर, लेखराज मार्केट स्थित शिवशक्ति शनि मंदिर, देवा रोड स्थित श्री परमानंद हरि हर मंदिर, मटियारी चौराहा स्थित रजत डिग्री कॉलेज के मोड़ पर सुंदरकांड पाठ और भंडारे का आयोजन किया गया। इसके साथ ही मिश्रपुर गुडंबा और सुल्तानपुर पलका सहित 25 से अधिक केन्द्रों में बड़ें मंगल के अनुष्ठान सनातनी मातृशक्तियों द्वारा सम्पन्न करवाए गए।

सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने बताया कि लोकमाता पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर की पुण्य स्मृति में सत्य सनातन नारी शक्ति के सुंदरकांड महा अभियान के तहत, 13 मई से 10 जून तक ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल पर 101 मंदिरों में सुंदरकाण्ड का सामूहिक पाठ और भंडारों का आयोजन किया जा रहा है। दरअसल अहिल्याबाई होल्कर की पुण्यतिथि 31 मई को है। मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों में मन्दिर बनवाए, घाट बँधवाए, कुओं और बावड़ियों का निर्माण, मार्ग बनवाए और काशी विश्वनाथ में शिवलिंग को स्थापित करवाया। इसके साथ ही भूखों के लिए अन्न क्षेत्र खोले, प्यासों के लिए प्याऊ की व्यवस्था की और मन्दिरों में विद्वानों की नियुक्ति कर शास्त्रों के मनन-चिन्तन की व्यवस्था भी की। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल के अनुसार हनुमानजी को कलियुग का देवता कहा जाता है। वह आज भी धरती पर मौजूद हैं। वैसे तो हनुमानजी की पूजा के लिए मंगलवार के दिन का विशेष महत्व है लेकिन, ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवार का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस क्रम में अब चौथा बड़ा मंगल 3 जून और पांचवां बड़ा मंगल 10 जून को होगा। ऐसे में हिन्दुस्तान के विरुद्ध सक्रिय असुरीय शक्तियों को परास्त करने के साथ-साथ सशक्त और उन्नत राष्ट्र की कामना से प्रत्येक सनातनी को “सुंदरकांड महा अभियान बने भारत वर्ष की पहचान” से जोड़ा जा रहा है।