विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति का बोध आवश्यक : उषा ठाकुृर
बच्चों में हो रहा है नवचेतना का प्रवाह : डी.के. शर्मा, कुलपति
महू। जय जय महिषासुरमर्दनी रम्यकपर्दिनी शैलसुते की स्तुति के साथ बच्चों की प्रस्तुति निश्चित ही नए युग का निर्माण है। बच्चों में बाबा साहेब के प्रति निष्ठा एवं संस्कृति की समझ का अनूठा संगम उनके भविष्य के मार्ग को उत्तरोत्तर प्रशस्त कर रहा है। बच्चों में उनके कार्य के प्रति लगन और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना यह दिखाती है कि मेरा नया भविष्य कैसा है। हमें इन बच्चों को संरक्षण देने की आवश्यकता है। उक्त बातें डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान में बाबा साहेब की जयंती अवसर पर आयोजित विश्वविद्यालय तथा चैतन्य धाम बाल आश्रम के बच्चों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम में नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बतौर मुख्य अतिथि कही।
मध्य प्रदेश की संस्कृति, अध्यात्म एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि नोबल विजेता से बातचीत कर बच्चे बहुत गौरवान्वित और पुलकित हैं। बच्चों की एक-एक अभिव्यक्ति में नए भारत का निर्माण और देश के प्रति असीम भक्ति दिखाई देती जो बहुत आवश्यक है। महामंडलेश्वर डॉ. नरसिंहदास ने कहा कि जिस बच्चों को उन्नति करता देख अभिभावक खुश होता है, उसी प्रकार बच्चों के चेहरे मुस्कान लाना देश और समाज का कर्तव्य है। समाजसेवी डॉ. सुमेधा सत्यार्थी ने भी आशीर्वचन दिया। कुलपति डी.के. शर्मा कहा कि बाबा साहेब डॉ.अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर आयोजित उन्मुखीकरण कार्यक्रम में नोबल विजेता कैलाश सत्यार्थी का सानिध्य पाकर विश्वविद्यालय परिवार अभिभूत तथा बच्चे गौरवान्वित हैं।
डॉ. अम्बेडकर जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय में रात्रि में मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग तथा जिला प्रशासन इंदौर के संयुक्त आयोजन प्रयास से ‘भक्तिमति शबरी’ वनवासी लीला की नाट्य प्रस्तुति की गयी जिसमें ख्यातिलब्ध कलाकारों ने दर्शकों का मनमोह लिया। नाट्य मंचन के निदेशक गुरु निर्मलदास, आलेख योगेश त्रिपाठी, गीत संयोजन मिलिंद त्रिवेदी तथा विकास तिवारी ने समन्वयन किया। नाट्य मंचन के कलाकारों को नोबल विजेता कैलाश सत्यार्थी, कुलपति प्रो. डी.के. शर्मा, साहित्यकार प्रो. जगमोहन शर्मा, समाजसेवी डॉ. सुमेधा सत्यार्थी, डॉ. अर्चना शर्मा द्वारा प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। मंचन का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष प्रो. डी.के. वर्मा, कुलसचिव डॉ. अजय वर्मा, प्रो. देवाशीष देवनाथ, सहायक कुलसचिव संध्या मालवीय तथा प्रदीप कुमार डॉक्टर मनोज गुप्ता डॉक्टर रामशंकर डॉक्टर कौशलेंद्र वर्मा डॉक्टर अरुण कुमार डॉक्टर धनराज डोगरे डॉक्टर विशाल पुरोहित राधेश्याम वियानी गौरव विश्वविद्यालय परिवार के सभी अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी, गणमान्य नागरिक विद्यार्थी उपस्थित रहे।